आज एक जन्मा बच्चा जन्म लेता है। अगले ही दिन वह वयस्क नहीं बन जाता। उसके भीतर शक्ति है और उससे होने वाले काम भी हैं लेकिन फिर भी एक वयस्क बनने में उसे कई साल लग जाते हैं।
बाबूजी
April 26th 2025
उच्चतम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अभ्यास में नियमितता, दिल में प्रसन्नता और बेचैनी का होना ज़रूरी है।
दाजी
April 25th 2025
प्रेम की ख़ूबसूरती यही है कि प्रियतम की तमाम कमियाँ और दोष प्यारे लगने लगते हैं।
लालाजी
April 24th 2025
एक समर्पित हृदय कृपा, ख़ुशी, प्रसन्नता और हर्ष को आकर्षित करता है जिसके फलस्वरूप सम्बन्ध बनते हैं।
दाजी
April 23rd 2025
केवल नफ़रत को हटा दें तो चारों ओर सार्वभौमिक प्रेम ही पायेंगे।
बाबूजी
April 22nd 2025
दिल की बात को ध्यान से सुनें और श्रद्धापूर्वक इसका अनुसरण करें। इसे अपना आंतरिक मार्गदर्शक बन जाने दें।
दाजी
April 21st 2025
युवावस्था का समय ऊर्जावान गतिविधि का दौर होना चाहिये जिसमें आकांक्षा भी जुड़ी हो।
चारीजी
April 20th 2025
एक समर्पित हृदय कृपा, ख़ुशी, प्रसन्नता और हर्ष को आकर्षित करता है जिसके फलस्वरूप सम्बन्ध बनते हैं।
दाजी
April 19th 2025
स्रोत के साथ जुड़ा हुआ एक पवित्र हृदय ख़ुद को स्वाभाविक रूप से अच्छाई, उदारता और प्रेम से उँड़ेलता रहता है।
लालाजी
April 18th 2025
जब हृदय संतुष्ट हो तो मन अंतर्दृष्टि, स्पष्टता और विवेक प्राप्त करता है।
दाजी
April 17th 2025
जब हम यह मानते हैं कि हम अपनी नियति का निर्माण करते हैं, तब हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए दिशा निर्धारित कर लेते हैं।
दाजी
April 16th 2025
अपना जीवन बत्तख और कूट पक्षी की तरह जीएँ। पानी से बाहर आने पर भी उनके पंख गीले नहीं होते।
बाबूजी
April 15th 2025
हमें अपने दिल में सचेत रहना होगा ताकि अपने सभी कार्यों और विचारों में हमारे हृदय से प्रेम प्रवाहित होता रहे।
दाजी
April 14th 2025
मन का विकास एक संतुलित अवस्था विकसित करने और सोचने से महसूस करने की ओर जाना है।
दाजी
April 13th 2025
एक शुद्ध मन भीतर से अपनी दिशा पाता है चूँकि वह केन्द्रित होता है।
दाजी
April 12th 2025
मन का विकास एक संतुलित अवस्था विकसित करने और सोचने से महसूस करने की ओर जाना है।
दाजी
April 11th 2025
एक शुद्ध मन भीतर से अपनी दिशा पाता है चूँकि वह केन्द्रित होता है।
दाजी
April 10th 2025
वाणी महान है, लेकिन मौन महानतर है।
लालाजी
April 9th 2025
यदि हमारे बीच एकता नहीं है तो हमारी व्यक्तिगत उन्नति का क्या अर्थ है?
दाजी
April 8th 2025
अपने अन्तर्मन को साफ़ कर लें तो बाहर भी हर एक चीज़ साफ़ दिखाई देगी। अन्तर्मन को सँवार लें और बाहर भी सबकुछ सुन्दर हो जाएगा।
चारीजी
April 7th 2025
अपनी सभी क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग करना ही समझदारी है।
दाजी
April 6th 2025
जब तक चिरस्थायी शान्ति व नीरवता का वास्तविक लक्ष्य हासिल न हो जाए चैन से न बैठें।
बाबूजी
April 5th 2025
ध्यान के द्वारा भावनात्मक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तरों पर एक साथ तनावमुक्ति हो सकती है।
दाजी
April 4th 2025
जब हमारे सभी भाव संयमित हो जाते हैं तब शान्ति छा जाती है और इच्छाएँ होते हुए भी हम इच्छाविहीनता की अवस्था प्राप्त कर लेते हैं।
लालाजी
April 3rd 2025
ध्यान में हमारी चेतना अपने अंतरतम स्व यानी हमारे अस्तित्व के केन्द्र की ओर बढ़ती जाती है।
दाजी
April 2nd 2025
अपने जीवन का सामना करते हुए हम जिस तरह आगे बढ़ते हैं, अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं।
दाजी
April 1st 2025
बाह्य परिस्थिति कैसी भी हो, हमें उसमें प्रसन्न रहना सीखना है।