किसी के साथ हुए कटु अनुभव के भावनात्मक बोझ से छुटकारा पाने का एकमात्र उपाय उसे क्षमा कर देना है।
दाजी
March 30th 2025
इंसान के मन की संतुलित दशा उसके द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में की गई सारी गतिविधियों में उसके सही मनोभाव की अभिव्यक्ति है। एक व्यापक अर्थ में, यह उसके चरित्र का प्रतिबिम्ब है।
लालाजी
March 29th 2025
अपने जीवन के हर पहलू को सुधारते जाएँ। हर साँस, हर कदम, हर कार्य को सुधारना होगा।
दाजी
March 28th 2025
लोगों की दिलचस्पी क्यों ख़त्म होने लगती है? जब उन्हें कोई ठेस पहुँचती है या वे महसूस करते हैं कि उन्हें अनसुना किया जा रहा है तब ऐसा होना स्वाभाविक है।
दाजी
March 27th 2025
किसी साधक की परेशानी क्या है? उनके मन की उथल-पुथल। उचित प्रशिक्षण नहीं मिलने की वजह से वे सोचते हैं कि मानसिक उतार-चढ़ाव उनके फायदे के लिए हैं और अशांति पूरी तरह स्वाभाविक है।
बाबूजी
March 26th 2025
आपके द्वारा की गई सेवा में उत्साह होना चाहिए, आप जो भी करें उसे करते समय बदले में कुछ भी पाने की मंशा न रखते हुए, इसे अपने दिल से करें।
दाजी
March 25th 2025
दर्शन का प्रारम्भ विस्मय से होना चाहिये न कि संशय से।
बाबूजी
March 24th 2025
अपने कर्मचारियों या सहयोगियों को काम करने की आज़ादी देकर देखें कि उनका व्यक्तित्व कैसा खिल जाता है।
दाजी
March 23rd 2025
नियति का पहला सिद्धान्त है कि हम इसे केवल वर्तमान में ही बदल सकते हैं।
दाजी
March 22nd 2025
हमारा हृदय आध्यात्मिक दशाओं का भण्डार है।
दाजी
March 21st 2025
केवल प्रेम से ही आप दिलों को जीत सकते हैं। इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
लालाजी
March 20th 2025
हृदय के संकेतों के साथ गहनता से तालमेल बनाए रखें।
दाजी
March 19th 2025
दिल जब खुला हो तो हर कोई आपका मित्र बन जाता है।
चारीजी
March 18th 2025
जब एक ध्यानस्थ हृदय में प्रेम उमड़ता है तो वह जिस भी चीज़ के संपर्क में आता है वह रूपान्तरित हो जाती है।
दाजी
March 17th 2025
जब हम दिल की सुनते हैं, तो हमें चुनाव करने की एक विस्तृत मानसिक प्रक्रिया से गुजरने की ज़रूरत नहीं होती है; हम हमेशा जानते हैं कि क्या सही है।
दाजी
March 16th 2025
गहराई में गोता लगाने वाला ही मोती पाता है।
बाबूजी
March 15th 2025
एक सभ्य वाणी दिलों पर राज करती है।
लालाजी
March 14th 2025
प्रेम नैतिकता, उन्नति और विकास की ओर ले जाने वाली एक शक्ति है।
चारीजी
March 13th 2025
योग एक साधन है और एक प्रभावी व्यक्तित्व उसका परिणाम है।
दाजी
March 12th 2025
एक आध्यात्मिक प्रक्रिया में सभी स्तरों पर प्रयासों की ज़रूरत पड़ती है।
बाबूजी
March 11th 2025
अपरिपक्व प्रेम आपको बाँधे रखता है, जबकि परिपक्व प्रेम आपको मुक्त करता है।
दाजी
March 10th 2025
आत्म-सम्मान के प्रति ध्यान देने की बजाए हमें दूसरों को सम्मान देने के बारे में सोचना चाहिए।
दाजी
March 9th 2025
इस संसार की तुलना हमारे शरीर से की जा सकती है। अगर एक भी अंग बीमार हो जाए तो सम्पूर्ण शरीर प्रभावित हो जाता है।
लालाजी
March 8th 2025
प्रभावकारी ध्यान वही है जो ध्यान करने वाले को अधिचेतना के अनन्त आकाश की ऊँचाइयों तक ले जाए और अवचेतना के गहनतम सागर में गोते लगाने देकर उसे समझदार व्यक्ति के रूप में उभारे। हमारी चेतना इसी तरह से विकसित होती है।
दाजी
March 7th 2025
एक असंतुलित मन अपनी अंतर्दृष्टि व अपनी दिशा खो देता है।
दाजी
March 6th 2025
अपने उद्देश्यों में सफलता पाने के लिए आवश्यक है कि संदेह दूर करें और आत्मविश्वास बढ़ाएँ।
बाबूजी
March 5th 2025
मिलजुल कर काम करने से मिलने वाले आनंद से हमारी चेतना का विस्तार होता है।
दाजी
March 4th 2025
ध्यान हमारी चेतना का दर्पण है।
दाजी
March 3rd 2025
भय या सन्देह के रहते सत्य नहीं जाना जा सकता।
लालाजी
March 2nd 2025
अभी हम कैसे जीते हैं, इससे हमारा भविष्य निर्धारित होता है।