यदि ठीक से ध्यान किया जाए तो हर पल शाश्वत हो सकता है। एक तरह से हम काल के निर्माता बन जाते हैं।
चारीजी
February 27th 2023
उच्चतम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अभ्यास में नियमितता, दिल में प्रसन्नता और बेचैनी का होना ज़रूरी है।
दाजी
February 26th 2023
हार्टफुलनेस यानी दिल की आवाज़ का अनुसरण करना है।
दाजी
February 25th 2023
आध्यात्मिकता की राह निर्भीक और साहसी लोगों के लिए है।
दाजी
February 24th 2023
अधिकाधिक प्रेम करने से प्रेम घटता नहीं बल्कि हमें और अधिक प्रेम मिलता जाता है।
चारीजी
February 23rd 2023
ध्यान में हमारी चेतना अपने अंतरतम स्व यानी हमारे अस्तित्व के केन्द्र की ओर बढ़ती जाती है।
दाजी
February 22nd 2023
नियति का पहला सिद्धान्त है कि हम इसे केवल वर्तमान में ही बदल सकते हैं।
दाजी
February 21st 2023
संपूर्ण सफलता के लिए मजबूत इरादे के साथ समुचित साधन और उचित मार्गदर्शन जरूरी है।
बाबूजी
February 20th 2023
सफलता पाने की अपनी क्षमता में हमारा आत्मविश्वास ही ध्येय प्राप्ति का महत्वपूर्ण कारक होता है।
बाबूजी
February 19th 2023
जब हम दिल की सुनते हैं, तो हमें चुनाव करने की एक विस्तृत मानसिक प्रक्रिया से गुजरने की ज़रूरत नहीं होती है; हम हमेशा जानते हैं कि क्या सही है।
दाजी
February 18th 2023
विचारों का उमड़ना हमारे सचेत मन की गतिविधियों के कारण होता है जबकि हम अवचेतन मन से अभी भी ध्यान में लगे रहते हैं।
बाबूजी
February 17th 2023
अपने जीवन का सामना करते हुए हम जिस तरह आगे बढ़ते हैं, अपना भाग्य भी उसी तरह बनाते जाते हैं।
दाजी
February 16th 2023
जब एक ध्यानस्थ हृदय में प्रेम उमड़ता है तो वह जिस भी चीज़ के संपर्क में आता है वह रूपान्तरित हो जाती है।
दाजी
February 15th 2023
लोगों की दिलचस्पी क्यों ख़त्म होने लगती है? जब उन्हें कोई ठेस पहुँचती है या वे महसूस करते हैं कि उन्हें अनसुना किया जा रहा है तब ऐसा होना स्वाभाविक है।
दाजी
February 14th 2023
इस ब्रह्माण्ड में परिवर्तन ही एकमात्र शाश्वत वस्तु है।
चारीजी
February 13th 2023
अपने कर्मचारियों या सहयोगियों को काम करने की आज़ादी देकर देखें कि उनका व्यक्तित्व कैसा खिल जाता है।
दाजी
February 12th 2023
ध्यान गहन तभी होता है, जब प्रेम विकसित करने के बाद, हम पूरी निष्ठा के साथ अपना विचार लक्ष्य पर टिकाए रखते हैं।
बाबूजी
February 11th 2023
अभी हम कैसे जीते हैं, इससे हमारा भविष्य निर्धारित होता है।
दाजी
February 10th 2023
आध्यात्मिकता एक निश्चित समय में की जाने वाली यात्रा या प्रगति नहीं है। यह तो अनंत की यात्रा है।
चारीजी
February 9th 2023
हमारा हृदय आध्यात्मिक दशाओं का भण्डार है।
दाजी
February 8th 2023
अहंंकार एक ब्लैक होल की तरह होता है जो हमारी चेतना पर अत्यधिक गुरुत्वीय खिंचाव डालता है। यह उसे विकसित नहीं होने देता।
दाजी
February 7th 2023
हमारा आध्यात्मिक प्रशिक्षण तभी प्रभावी कहलाता है जब उसके अभ्यास से हमारे अंदर स्वाभाविक रूप से आंतरिक शांति और हल्कापन पैदा हो।
बाबूजी
February 6th 2023
हृदय के संकेतों के साथ गहनता से तालमेल बनाए रखें।
दाजी
February 5th 2023
चुनौतियों को सहर्ष स्वीकार करें और फिर देखें कि कैसी खूबसूरती उभरती है।
दाजी
February 4th 2023
केवल प्रेम से ही आप दिलों को जीत सकते हैं। इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
लालाजी
February 3rd 2023
जब हमारे सभी भाव संयमित हो जाते हैं तब शान्ति छा जाती है और इच्छाएँ होते हुए भी हम इच्छाविहीनता की अवस्था प्राप्त कर लेते हैं।
लालाजी
February 2nd 2023
इंसान के मन की संतुलित दशा उसके द्वारा विभिन्न परिस्थितियों में की गई सारी गतिविधियों में उसके सही मनोभाव की अभिव्यक्ति है। एक व्यापक अर्थ में, यह उसके चरित्र का प्रतिबिम्ब है।
लालाजी
February 1st 2023
एक ही रूप सर्वव्यापी है। सागर और बूँद एक ही हैं - चाहे बूँद में सागर कह लें या सागर ही को बूँद कह दें।