अपने भाई- बहनों को प्रोत्साहित व प्रेरित करना हमारा फर्ज़ है। यदि मानवजाति का एक भी हिस्सा असफल रह जाए तो हम कैसे सफल हो सकते हैं?
दाजी
August 30th 2021
अपने स्वभाव को अत्यधिक विनम्र बनाएँ ताकि यह प्रेम से इस कदर सराबोर हो जाए कि इसमें किसी के दिल को ठेस पहुँचाने का कोई ख़याल तक न आए।
लालाजी
August 29th 2021
साहस का मतलब निडर होना नहीं है; डर पर काबू पाना ही साहस है।
चारीजी
August 28th 2021
घर सहनशीलता और धैर्य को सीखने की पाठशाला है।
लालाजी
August 27th 2021
जिनसे आपको भय हो और जो आपके शत्रु हों उनसे दोस्ती कर लें और दूसरों के साथ ऐसा बरताव न करें जो आप नहीं चाहते कि वे आपके साथ करें।
लालाजी
August 26th 2021
हर दिन को एक अवसर के रूप में लें और अपने जीवन के हर पहलू में उत्कृष्टता लाने की आकांक्षा रखें।
दाजी
August 25th 2021
खुशियाँ हमारी इच्छाओं के विपरीत अनुपात में होती हैं।
दाजी
August 24th 2021
यदि हम यात्रा के लिए प्रतिबद्ध होने के इच्छुक हैं, तो वैवाहिक और पारिवारिक जीवन हमें अधिकाधिक देते रहना सिखाते हैं।
दाजी
August 23rd 2021
ख़ुशी बाहरी कारकों पर निर्भर नहीं होती। हमें ख़ुश रहने के इन बाहरी स्रोतों पर अपनी निर्भरता को किसी अन्य अधिक स्थायी स्रोत से संतुलित करना चाहिए।
दाजी
August 22nd 2021
एक व्यक्ति दौड़ कर लक्ष्य पर पहुँचता है और दूसरा चलकर तो दोनों में क्या अंतर है? जहाँ एक अपना समय बचा लेता है वहीं दूसरा उसे खर्च कर देता है।
बाबूजी
August 21st 2021
यह हमारा दिल ही है जिसके ज़रिए हम अपनी आत्मा के साथ जुड़ सकते हैं। लिहाज़ा, दिल पर ध्यान करने के पीछे एक बड़ा दर्शन निहित है।
दाजी
August 20th 2021
प्रार्थना एक ऐसी आकांक्षा और तड़प पैदा करती है जिसका समाधान गहन ध्यान में जाकर मिलता है।
दाजी
August 19th 2021
अन्त:करण को 'दिल की आवाज़' के रूप में वर्णित किया जा सकता है।
चारीजी
August 18th 2021
ध्यान एक ऐसी यात्रा है जो मन की जटिलता से शुरू होकर हृदय की सरलता तक जाती है।
दाजी
August 17th 2021
हर दिन जीवन को नए तरीक़े से जीने का एक अवसर है। प्रत्येक सुबह का ध्यान हमें उस नए जीवन को इसी जीवन में लाने का अवसर प्रदान करता है।
चारीजी
August 16th 2021
बिना माँग किए सामंजस्य का निर्माण करें। जब आप माँग करते हैं, तब सामंजस्य का निर्माण होने की बजाए, अशान्ति निर्मित हो जाती है।
दाजी
August 15th 2021
जिस क्षण आप सोचते हैं कि काम मुश्किल है, आपको थकान महसूस होगी। बस उसमें लगे रहें और काम का आनंद उठाएँ।
दाजी
August 14th 2021
यह संसार संभावनाओं का संसार है। निःसंदेह, एक संभावित घटना होने की यहाँ पूरी संभावना है, लेकिन सबसे अनोखी बात यह है कि यहाँ एक असंभावित घटना के संभव होने की भी संभावना है।
लालाजी
August 13th 2021
दिल की किताब को बारीक़ी से पढ़े बिना महज़ किताबें पढ़ते रहना किसी काम का नहीं।
बाबूजी
August 12th 2021
अनन्त लक्ष्य पर बिना प्रयास के केन्द्रित होना ही ध्यान है।
दाजी
August 11th 2021
सद्भावना का जन्म चिन्तनशील मन के गर्भ में ही होता है।
दाजी
August 10th 2021
निश्चित सफलता प्राप्ति के लिए तीव्र तड़प, उचित साधन और गम्भीर प्रयास की जरूरत होती है।
बाबूजी
August 9th 2021
नियति का अर्थ है कि हम कहींं किसी निश्चित ध्येय की ओर जा रहे हैं। यदि नियति निर्धारित ही है तो क्या जीवन में कोई निजी ध्येय बनाने की जरूरत है?
दाजी
August 8th 2021
प्रकृति की तरह सरल और सादे बने रहने का लक्ष्य रखें; सादगी ही जीवन है। प्रकृति के साथ सामंजस्य की अवस्था में आने के लिए हमें अपनी जटिलताओं को पूरी तरह से समाप्त करना होगा।
बाबूजी
August 7th 2021
मन को स्थिर और शान्त करने में ही सारे सुखों का रहस्य छिपा हुआ है।
लालाजी
August 6th 2021
जब 'मैं, मुझे और मेरा' को अहमियत दी जाती है तब घनिष्ठता कहीं खो जाती है और संबंधों में दरार आने लगती है।
दाजी
August 5th 2021
एक तत्पर, तैयार और सुपात्र हृदय बिन माँगे ही ईश्वरीय कृपा, प्रेम और आशीष पा लेता है।
दाजी
August 4th 2021
अपने रवैये में अड़ियलपन को छोड़कर लचीलापन लाएँ। फिर देखें, आपकी आध्यात्मिक प्रगति कितनी तेज़ी से होती है।
दाजी
August 3rd 2021
जब आप प्रियतम के साथ होते हैं तो इससे क्या फ़र्क पड़ता है कि आप जीतें या हारें?
दाजी
August 2nd 2021
लेने की बजाय देने में प्रेम विकसित करना सीखें।
चारीजी
August 1st 2021
ध्यान गहन तभी होता है, जब प्रेम विकसित करने के बाद, हम पूरी निष्ठा के साथ अपना विचार लक्ष्य पर टिकाए रखते हैं।