कभी-कभी एक छोटी सी प्रेरणा और प्रोत्साहन ही दूसरों को उनके लक्ष्य तक पहुँचाने के लिए काफ़ी होता है।
दाजी
June 29th 2023
सच्चा आध्यात्मिक प्रशिक्षण वह है जो हमारे मन को अनुशासित और नियमित बनाता है।
बाबूजी
June 28th 2023
बिना आसक्ति के प्रेम करना सीखें, क्योंकि यही आसक्ति हमें तकलीफ़ देती है, न कि प्रेम।
चारीजी
June 27th 2023
हमारा इनाम भौतिक संदर्भ में नहीं बल्कि इस संदर्भ में मापा जाएगा कि हम लोगों को उनके अभीष्ट लक्ष्य या ध्येय तक पहुँचाने में किस तरह से मदद कर पाते हैं।
दाजी
June 26th 2023
ध्यान के सतत अभ्यास से मन शान्त और स्थिर बन जाएगा।
बाबूजी
June 25th 2023
एक तत्पर, तैयार और सुपात्र हृदय बिन माँगे ही ईश्वरीय कृपा, प्रेम और आशीष पा लेता है।
दाजी
June 24th 2023
आप जो भी काम करें उसे ख़ुशी से और प्रसन्नतापूर्वक करने की कोशिश करें।
दाजी
June 23rd 2023
बाहर शान्ति बनाने के लिए पहले उसे दिल में होना चाहिए।
दाजी
June 22nd 2023
बन्धन मन, विचार और धारणाओं में स्थित होता है।
लालाजी
June 21st 2023
यदि एक बार मन सामंजस्यपूर्ण स्थिति में आ जाए तो फिर न बाहरी परिस्थितियों और वातावरण का उस पर कोई प्रभाव होगा और न ही आंतरिक अशांति होगी।
बाबूजी
June 20th 2023
जब हृदय में शान्ति हो तो मन भी स्थिर हो जाता है।
दाजी
June 19th 2023
भले ही कोई फूल चट्टानों की दरारों के बीच छिपा हो, मधुमक्खी ढूँढ़ ही लेती है कि वह कहाँ खिला है। हम अपने दिलों को ऐसे फूलों की तरह कैसे बना सकते हैं?
दाजी
June 18th 2023
आध्यात्मिकता हमें भय और लालच के परे ले जाती है।
बाबूजी
June 17th 2023
आलोचना को गुस्सा या उदासी के बिना गम्भीरता से लें। ख़ुद को सुधारने के लिए इसका उपयोग करें और इसका स्वागत करें।
चारीजी
June 16th 2023
अनन्त लक्ष्य पर बिना प्रयास के केन्द्रित होना ही ध्यान है।
दाजी
June 15th 2023
प्रार्थना एक ऐसी आकांक्षा और तड़प पैदा करती है जिसका समाधान गहन ध्यान में जाकर मिलता है।
दाजी
June 14th 2023
बच्चे दर्पण की तरह होते हैं, हमारे लाख छिपाने की कोशिश के बावजूद भी एक बच्चे में सच को समझने की अनोखी योग्यता होती है।
चारीजी
June 13th 2023
ख़ुशी बाहरी कारकों पर निर्भर नहीं होती। हमें ख़ुश रहने के इन बाहरी स्रोतों पर अपनी निर्भरता को किसी अन्य अधिक स्थायी स्रोत से संतुलित करना चाहिए।
दाजी
June 12th 2023
प्रकृति के नियम के अनुसार प्रत्येक चीज़ वापस अपने स्रोत की ओर चली जाती है।
बाबूजी
June 11th 2023
जब आप प्रियतम के साथ होते हैं तो इससे क्या फ़र्क पड़ता है कि आप जीतें या हारें?
दाजी
June 10th 2023
अपने रवैये में अड़ियलपन को छोड़कर लचीलापन लाएँ। फिर देखें, आपकी आध्यात्मिक प्रगति कितनी तेज़ी से होती है।
दाजी
June 9th 2023
जब आप किसी को याद करते हैं तो यह निश्चित मानिए कि वह आपके क़रीब है।
बाबूजी
June 8th 2023
जीवन को संयमित बनाने के लिए हमें जीवन के आंतरिक और बाहरी, दोनों तौर-तरीक़ों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
बाबूजी
June 7th 2023
हमें जिन चीज़ों की ज़रूरत होती है, वे हमारे भीतर पहले से ही मौजूद हैं।
दाजी
June 6th 2023
परिस्थिति के अनुसार ढल जाना ही विनम्रता है।
दाजी
June 5th 2023
अतीत के बारे में ही न सोचते रहें, बल्कि वर्तमान में ही ख़ुद को सुधारने की कोशिश करें, ताकि आपका भविष्य आपके अतीत से बेहतर हो।
चारीजी
June 4th 2023
कर्म का उद्देश्य जीवन की अभिव्यक्ति मात्र है। यदि जीवन बिना किसी को हानि पहुँचाए स्वयं को स्वाभाविक रूप से अभिव्यक्त करता है तो इसमें पाप या पुण्य कुछ नहीं होता।
लालाजी
June 3rd 2023
जब आप शान्तिपूर्ण महसूस करते हैं तो यह आपकी आत्मा का स्वभाव है।
दाजी
June 2nd 2023
श्रद्धा नश्वर और अनश्वर को जोड़ने वाली एक सजीव कड़ी है।
बाबूजी
June 1st 2023
समानुभूति यानी किसी और की भावनाओं को स्वाभाविक रूप से समझना, कि वह क्या महसूस कर रहा है, उन्होंने आपमें क्या भाव जगाए हैं।