नेक काम वह है जिसे निर्भयता, साहस और वीरता के साथ किया जाता है।
लालाजी
January 30th 2022
स्रोत के साथ जुड़ा हुआ एक पवित्र हृदय ख़ुद को स्वाभाविक रूप से अच्छाई, उदारता और प्रेम से उँड़ेलता रहता है।
लालाजी
January 29th 2022
वह कौन-सा स्रोत है जहाँ से कृपा आती है? अब मुझे ज़रा यह भी बताइए कि वह हवा कहाँ निहित है जिसमें आप श्वास लेते हैं?
बाबूजी
January 28th 2022
हृदय की आंतरिक प्रेरणा को सक्रिय रूप से विकसित करने का चयन करना ही हार्टफुलनेस है।
दाजी
January 27th 2022
बाह्य परिस्थिति कैसी भी हो, हमें उसमें प्रसन्न रहना सीखना है।
चारीजी
January 26th 2022
हम शान्ति के बिना रचनात्मक नहीं हो सकते।
दाजी
January 25th 2022
ध्यान सोचने से महसूस करने में, महसूस करने से होने में, होने से बनने में और आख़िर में उससे भी परे जाने में विकसित होता है।
दाजी
January 24th 2022
दिल के सही होने पर उसका मन के साथ ऐसा तालमेल बैठता है कि फिर कोई सन्देह नहीं रह जाता।
दाजी
January 23rd 2022
सच्चे प्रेम में, केवल प्रेम ही मौजूद रहता है जिसमें प्रेमी और प्रियतम विलीन रहते हैं।
दाजी
January 22nd 2022
जब हमारी चेतना का विस्तार होता है तब हम धर्म के परे जाकर आध्यात्मिकता के पथ पर कदम रखते हैं।
बाबूजी
January 21st 2022
प्रेम का लेन-देन करने के बजाए हम ख़ुद प्रेम कैसे बन सकते हैं?
दाजी
January 20th 2022
अपने अस्तित्व के उद्देश्य पर सवाल न उठाएँ - उसे खोजने और उसे पूरा करने का प्रयास करें।
चारीजी
January 19th 2022
मन के नियमन से एकाग्रता और खुशहाली आती है।
दाजी
January 18th 2022
अधिकतर समस्याओं की जड़ यह है कि हम दिल की नहीं सुनते।
दाजी
January 17th 2022
पारिवारिक जीवन हमें दूसरों से प्रेम करना सिखाता है।
बाबूजी
January 16th 2022
व्यक्तिगत रूपान्तरण की किसी भी प्रक्रिया में आत्म-स्वीकृति एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण मनोभाव होता है।
दाजी
January 15th 2022
आध्यात्मिक प्रगति पूरी तरह से जीवन को सरल बनाने और ज़रूरी बातों पर केन्द्रित होने के बारे में है।
दाजी
January 14th 2022
हमारा हृदय आध्यात्मिक दशाओं का भण्डार है।
दाजी
January 13th 2022
हमारा हृदय आध्यात्मिक दशाओं का भण्डार है।
दाजी
January 12th 2022
हर कार्य में अपने हृदय का संपूर्ण प्रेम उँड़ेल दें।
दाजी
January 11th 2022
किसी को भी हानि पहुँचाए बिना जीवन को स्वाभाविक रूप से व्यक्त करें।
लालाजी
January 10th 2022
हमें अपने भीतर की नीरवता, शान्ति और हर्ष से संसर्गज होना चाहिए।
दाजी
January 9th 2022
अपने उद्देश्यों में सफलता पाने के लिए आवश्यक है कि संदेह दूर करें और आत्मविश्वास बढ़ाएँ।
बाबूजी
January 8th 2022
ध्यान की गुणवत्ता हमारे मनोभाव पर निर्भर करती है न कि उसकी अवधि पर।
दाजी
January 7th 2022
जब आपके पास ध्यान करने के लिए समय न हो, तभी वह समय होता है जब आपको ध्यान करने की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है।
दाजी
January 6th 2022
ध्यान यह परखने में हमारी मदद करता है कि हमारी सोच सही है या गलत, लाभदायी है या नहीं।
दाजी
January 5th 2022
अपरिपक्व प्रेम आपको बाँधे रखता है, जबकि परिपक्व प्रेम आपको मुक्त करता है।
दाजी
January 4th 2022
वह कौन सी चीज़ है जो हमारे प्रयास में जान डाल कर उसमें तीव्रता विकसित करती है? वह है हमारा मनोभाव और हमारी रुचि। सफलता में 95 प्रतिशत योगदान मनोभाव का ही होता है।
दाजी
January 3rd 2022
अच्छा हृदय, अच्छी भावनाएँ और संतुलित मन व्यक्तित्व की बुनियाद होते हैं।
लालाजी
January 2nd 2022
प्रेम की बाह्य अभिव्यक्ति में तृप्ति कभी मत खोजिए। इसे तो आपको अपने हृदय में ही खोजना होगा।
चारीजी
January 1st 2022
बने बनाए फर्नीचर से तो अच्छा कोरे लकड़ी का टुकड़ा ही है क्योंकि किसी बने बनाए फर्नीचर को इच्छानुसार किसी दूसरी आकृति में ढाल पाना लगभग असंभव होता है।