मीनू खुराना दिल्ली सरकार के प्रमुख स्कूलों में से एक, सर्वोदय विद्यालय, सेक्टर-8, रोहिणी, नई दिल्ली में हार्टफुलनेस लाउंज समन्वयक हैं। वे विद्यालय और सभी स्वयंसेवी टीमों के साथ परस्पर संबंधों का प्रबंधन करती हैं और यहाँ कार्यक्रम की एक झलक साझा कर रही हैं।
सर्वोदय विद्यालय, सेक्टर-8, रोहिणी में हार्टफुलनेस लाउंज का उद्घाटन 12 दिसंबर, वर्ष 2023 में श्रद्धेय परम पूज्य दाजी के आशीर्वाद और दिल्ली के शिक्षा सचिव, श्री हिमांशु गुप्ता, आईएएस के सहयोग से प्रधानाचार्य श्री अवधेश कुमार झा और उप-प्रधानाचार्या श्रीमती भारती कालरा की उपस्थिति में किया गया।
यह लाउंज सप्ताह में तीन दिन (बुधवार से शुक्रवार) दोपहर 12 से 2 बजे तक संचालित होता है जिसमें छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए सत्र आयोजित किए जाते हैं। शुरुआत में कक्षा 6 से 9 तक के छात्रों के लिए शुरू किए गए इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए कक्षा 11 और 12 के लिए हार्टफुलनेस सत्रों को शामिल कर लिया गया, जिसमें HELP कार्यक्रम और ध्यान के परिचयात्मक सत्र दोनों किए जाते हैं।
लाउंज को स्वयंसेवकों की एक समर्पित टीम द्वारा सहायता प्रदान की जाती है जो नियमित रूप से इन कार्यक्रमों को संचालित करते हैं। लाउंज में अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों के लिए रविवार को सामूहिक ध्यान सत्र आयोजित करने की योजना पर कार्य चल रहा है।

प्रशंसापत्र
जब से इस स्कूल में हार्टफुलनेस लाउंज शुरू हुआ है, तब से हमारे बच्चे लाउंज के स्वयंसेवकों द्वारा संचालित कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं और हमने देखा है कि उन बच्चों के मन में शांति की भावना है। जब मैं बच्चों से बात करता हूँ तब उन्हें शांति और खुशी महसूस होती है जो उनके व्यवहार में झलकती है। जब मन में शांति होगी तब ये सभी बच्चे अपने उपयोगी व्यक्तित्व का निर्माण करके अपने जीवन में सफलता की ओर बढ़ेंगे ताकि वे एक शांतिपूर्ण समाज के निर्माण में मदद कर सकें और देश को प्रगति की ओर ले जा सकें।
—अवदेश कुमार झा, प्रधानाचार्य
उनके सत्रों में नियमित रूप से भाग लेने के बाद मैंने अपने अंदर कुछ सकारात्मक बदलाव महसूस किए। मैं ठीक से सो पा रहा था।
शौर्य XII-B (छात्र)

हार्टफुलनेस लाउंज की शुरुआत हमारे स्कूल में हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट द्वारा की गई है। इस लाउंज में कई ऐसी बातें सिखाई जाती हैं जो हम अपने स्कूल में अक्सर नहीं सिखा पाते। उदाहरण के लिए व्यक्तित्व विकास के पाठ्यक्रम में बहुत ही व्यावहारिक विषय जैसे - अपना लक्ष्य चुनना और उसे प्राप्त करने के साधन, समय प्रबंधन, विचार शक्ति, साहस और आत्मविश्वास के साथ-साथ खुद से जुड़ना आदि सिखाए जाते हैं जो न केवल इन बच्चों के लिए अभी उपयोगी हैं बल्कि उनके बाद के जीवन के लिए भी बहुत उपयोगी होंगे जब वे इस स्कूल से चले जाएँगे। हमने यह भी देखा है कि इन हार्टफुलनेस पाठ्यक्रमों में भाग लेने के बाद, हमारे बच्चे अब अधिक आत्मविश्वासी और बाहरी दुनिया के लिए तैयार हो गए हैं।
और साथ ही, इस उम्र में बच्चे बहुत तनावग्रस्त होते हैं और बहुत ही भावनात्मक परिस्थितियों का सामना करते हैं, इसलिए हार्टफुलनेस लाउंज में आयोजित गतिविधियों में, हमने देखा है कि बच्चे अधिक शांत हो जाते हैं, उनका तनाव कम हो जाता है और वे बेहतर तरीके से परिस्थितियों का सामना कर पाते हैं।
अब हमने हार्टफुलनेस के साथ मिलकर अभिभावकों के लिए भी ‘परवरिश’ कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका पहला सत्र अभिभावकों व शिक्षकों की मीटिंग (PTM) में आयोजित किया गया था जिसे सभी अभिभावकों ने बहुत पसंद किया।
—भारती कालरा, उप-प्रधानाचार्या
इससे मुझे अपनी योग्यता, गुण, सामर्थ्य और उन सभी चीज़ों को जानने में मदद मिलती है जो मुझे अपना लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करती हैं।
प्रीतम XI-E (छात्र)

हमने कक्षा 11वीं और 12वीं के उन बच्चों को हार्टफुलनेस लाउंज में भेजा, जिनमें अपने विषयों और भविष्य को लेकर चिंता का स्तर बहुत बढ़ गया था। हार्टफुलनेस द्वारा संचालित अभ्यास जैसे रिलैक्सेशन, ध्यान आदि से उन बच्चों में शांति के साथ-साथ आत्मविश्वास की भावना विकसित हुई है। पढ़ाई में उनकी एकाग्रता बढ़ी है और उनके अंदर छिपी शक्ति भी बाहर आई है। उन बच्चों के व्यवहार में समन्वय भी देखा गया है और साथ ही इन बच्चों में निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ी है। बच्चों ने हार्टफुलनेस लाउंज से यह भी सीखा है कि अपने मन, शरीर और आत्मा को कैसे विकसित किया जाए।
—निधि मैडम, विद्यालय समन्वयक
मैं तीन दिवसीय सत्र का हिस्सा थी और निस्संदेह ये तीन दिन मेरे लिए यह महसूस करने के लिए पर्याप्त थे कि कैसे सिर्फ़ पाँच मिनट का ध्यान मेरे दिन के भावनात्मक स्तर को इतना अधिक बदल सकता है।
शाल्विका शर्मा XI-F (छात्रा)

हार्टफुलनेस सत्र करना बहुत अच्छा था! हम सिर्फ़ 10 मिनट में ही बहुत आराम महसूस कर रहे थे। इसकी ज़रूरत सभी को होती है। हमने बहुत बढ़िया ज्ञान प्राप्त किया। हम इस सत्र को बार-बार करना चाहेंगे।
—अभिभावक (सर्वोदय विद्यालय के छात्र)


मीनू खुराना
मीनू खुराना पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से हार्टफुलनेस की अभ्यासी हैं और एक दशक... और पढ़ें