सर्वोत्तम की अपेक्षा स्वयं से करें, न कि दूसरों से।
दाजी
November 29th 2021
आपके हृदय में वह विशाल समुद्र है जिसे हम प्रेम कहते हैं। उसकी चाभी आपके हाथों में है।
दाजी
November 28th 2021
‘अज्ञानी’ का मतलब ‘ज्ञान या समझ का न होना’ नहीं है, बल्कि इसका मतलब होता है ‘उद्देश्य का न होना या ज्ञान का अर्थ न पता होना।’
लालाजी
November 27th 2021
अनुशासन ऐसी चीज़ है जिसे भीतर से आना चाहिए। इसे बाहर से नहीं थोपा जाना चाहिए।
दाजी
November 26th 2021
केवल नफ़रत को हटा दें तो चारों ओर सार्वभौमिक प्रेम ही पायेंगे।
बाबूजी
November 25th 2021
हमारा उत्साह, हमारा केन्द्रित बने रहना और हमारा संतुलित जीवन एक उचित कम्पन क्षेत्र का निर्माण करते हैं जो हमारी नियति का निर्माण करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
दाजी
November 24th 2021
शुद्ध मन केन्द्रित रहता है इसलिए अपने भीतर ही अपनी दिशा खोज लेता है।
दाजी
November 23rd 2021
स्वयं को इच्छाओं से मुक्त करने का एक ही तरीक़ा है कि उनसे मुँह फेर लिया जाए और अपनी नज़र वास्तविकता पर टिका दी जाए।
बाबूजी
November 22nd 2021
इससे पहले कि हम इतने वृद्ध हो जाएं और अपने आप को बदल ही न पाएं, वे ज़रूरी बदलाव हमें आज ही लाने चाहिए।
चारीजी
November 21st 2021
हमारे जीवन का एक ही लक्ष्य होने पर हम अपने आन्तरिक संसाधनों का पूर्ण उपयोग करके वहाँ तक पहुँच सकते हैं।
दाजी
November 20th 2021
यदि आप अनन्त ख़ुशियाँ और आनन्द पाना चाहते हैं तो अपनी इच्छाओं को कम कर दें।
दाजी
November 19th 2021
वाणी महान है, लेकिन मौन महानतर है।
लालाजी
November 18th 2021
हमारी चेतना का विस्तार हमारी थकान के स्तर के विपरीत अनुपात में होता है।
दाजी
November 17th 2021
ध्यान में सुख और दुःख दोनों ही भटकाते हैं। वे जहाँ हैं उन्हें वहीं छोड़कर आगे बढ़ जाएँ।
दाजी
November 16th 2021
भक्ति और प्रेम कितने आसान लगते हैं और फिर भी उन्हें एकाएक पाना बहुत कठिन है।
बाबूजी
November 15th 2021
हम जो भी करें, उसमें उत्कृष्ट हों और यह बात अहम् से जुड़ी हुई न हो।
दाजी
November 14th 2021
अहंकार तब तक बुरा नहीं होता है जब तक आप इसका उपयोग ख़ुद को बेहतर और ज़्यादा बेहतर बनाने के लिए करते हैं।
दाजी
November 13th 2021
हमारा मन तेज़ और सतर्क होता है जबकि हृदय प्रेम में डूबकर एहसासों के उभरने की प्रतीक्षा करता है।
दाजी
November 12th 2021
रूपान्तरण परिवर्तन की माँग करता है। विकास भी परिवर्तन की ही माँग करता है।
दाजी
November 11th 2021
किसी क्षेत्र में सफलता पाना हमारी स्वयं की ज़िम्मेदारी होती है। ख़ुद के प्रति अपनी इस ज़िम्मेदारी में सजग एवं जागरूक रहें।
दाजी
November 10th 2021
भय या सन्देह के रहते सत्य नहीं जाना जा सकता।
लालाजी
November 9th 2021
प्रेम को बहते रहना चाहिए।
दाजी
November 8th 2021
यह ब्रह्माण्ड प्रेम है।
चारीजी
November 7th 2021
जिस दिन आप ध्यान नहीं कर पाते, उस दिन क्या इसकी कमी आपको खलती है?
दाजी
November 6th 2021
प्राणाहुति हमारे रूपान्तरण में सक्रिय उत्प्रेरक का काम करती है।
दाजी
November 5th 2021
प्रेम का अर्थ है हमारे भीतर असलियत का जागृत हो जाना।
बाबूजी
November 4th 2021
जब कई लोग प्रेम भरे दिल के साथ सामूहिक ध्यान करते हैं तो एकता और शान्ति स्वतः आ जाती है।
दाजी
November 3rd 2021
अपने अस्तित्व के हर पहलू में हृदय को शामिल करें।
दाजी
November 2nd 2021
अकेला प्रेम ही सबकुछ करने में सक्षम है।
लालाजी
November 1st 2021
यदि आप में विनम्रता और सरलता के गुण हैं तो आप यह मान सकते हैं कि आपके पास वह सबकुछ है जो आपको चाहिए।